Badmashi Shayari

Badmashi Shayari
Badmashi Shayari

मान लिया कि🔸 तु शेर है पर जादा उछल मत,
हम भी शिकारी है ठोक🔸 देंगे !!

प्यार से🔸 बात करोगे तो प्यार ही पाओगे अगर,
अकड़ के बात 🔸की तो,
समशान🔸 में नजर आओगे !

ऐसा 🔸हाल करूंगा,
ना तेरी मर्दों में 🔸गिनती होगी,
ना 🔸हिजड़ो में भरती होगी !

नया नया‬ है ‪‎🔸बेटे‬ मैने ‎खेल‬ पुराने ‎खेले‬ है,
जिन ‪लोगो‬ के दम पर तू🔸 ‪उछलता ‬है,
वो ‪मेरे🔸‬ पुराने ‎चेले‬ है !!

सिर्फ 🔸जंगल छोड़ा है,
याद रखना शेर तो🔸 आज भी हम ही है ।

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