Dard Sayari
जानने 🔸की कोशिश🔸 की थी तुमको,
तुमने कभी मुझ 🔸पर ध्यान ना दिया,
गैरों पर तुम्हे गहरा विश्वास था,
जिसने अपना🔸 समझा उस पर विश्वास ना किया।
चाहा ना उसने मुझे बस🔸 देखता रहा,
मेरी ज़िंदगी से 🔸वो इस तरह खेलता रहा,
ना उतरा कभी मेरी ज़िंदगी 🔸की झील में,
बस किनारे पर 🔸बैठा पत्थर फेंकता रहा।
सांसो का पिंजरा किसी दिन🔸 टूट जायेगा,
ये मुसाफिर 🔸किसी राह में छूट जायेगा,
अभी जिन्दा हु तो बात कर🔸 लिया करो,
क्याब पता कब हम🔸 से खुदा रूठ जायेगा।
वो बिछड़ के🔸 हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत🔸 अधूरी कर गई,
अब हमे तन्हाइयां🔸 चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी🔸 तमन्नाएं तो पूरी हो गई।
यारो 🔸जो कभी हमारी 🔸आंखों में
एक आंसू भी🔸 नही देखा करता था,
अफसोस आज वही हमारी
बहते 🔸आंसुओं की बजह है।
जब वो लड़की मुझे 🔸पहली
बार देख 🔸कर मुस्कुराई थी,
हम तो तभी समझ🔸 गये थे ये
लड़की🔸 हमे उम्र भर रुलायेगी।
अगर बिछड़ने 🔸से मुस्कुराहट लौट आये तुम्हारी,
तो तुम्हे हक है की मुझसे 🔸दूरियां बना लो।
दिन हुआ है, 🔸तो रात भी होगी,
मत हो उदास, उससे 🔸कभी बात भी होगी.
वो प्यार 🔸है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात 🔸भी होगी।
वो बिछड़ के 🔸हमसे ये दूरियां कर गई,
न जाने क्यों ये मोहब्बत 🔸अधूरी कर गई,
अब हमे 🔸तन्हाइयां चुभती है तो क्या हुआ,
कम से कम उसकी सारी तमन्नाएं🔸 तो पूरी हो गई।
मोहब्बत मे बर्बादी का मंज़र उनको भी मिला है
जो अपनी मोहब्बत को खुदा मान बैठे थे
Mohabbat Mein Barbadi Ka Manjar Unko Bhi Mila Hai
Jo Apni Mohabbat Ko Khuda Man Baithe
मोहब्ब्त में हुए बर्बाद हम पसंद तो हमारी हैं
रातों कि नींद उड़ जाती हैं मन नही लगता
ये मोहब्ब्त भी गज़ब बीमारी हैं
Mohabbat Me Hue Barbad Ham Pasand to Hamari Hai
Raaton Ki Neend Ud Jaati Hai Man Nahin Lagta
Ye Mohabbat Bhi Gajab Ki Bimari Hai
किसी तीसरे का हुआ मेल और हम छूटते गए
रिश्ते बना लिए उनने गैरो से हमारे रिश्ते तो टूटते गए
Kisi Teesre Ka Hua Mel Aur Hum Chhut Gaye
Rishte Bana Liye Unne Gairon Se Hamare Rishte Tut gaye
प्यार कि राह मे हम चले साथ थे
फिर एक मोड़ ऐसा आया
दूर-दूर तक खुद को अकेला पाया
Pyar Ki Rah Me Hum Chale Sath The
Fir Ek Mod Aisa Aaya
Dur Dur Tak Khud Ko Akela Paya
यादें ही तो मिली हैं रांझे के हीर से बिछड़ने के बाद
कुछ नही रखा ऐ दोस्त इनके चक्कर में ये कर देती हैं बर्बाद
Yade Hi To Mili Hai Ranjhe Ki Heer Se Bichhad Jaane Ke Bad
Kuchh Nahin Rakha Hai Dost Inke Chakkar Mein Ye Kar Deti Hai Barbad
दर्द होता हैं जब उसका चेहरा सामने आता हैं
किसी गैर का होकर पूछती हैं ठीक तो हो
ये प्यार भी कैसा कैसा वक्त दिखाता हैं
Dard Hota Hai Jab Unka Chehra Samne Aata Hai
Kisi Gair Ka Hokar Puchti Hai Theek To Ho
Ye Pyar Bhi Kaisa Kaisa Waqt Dikhta Hai
प्यार का मौका सब को मिलता है
एक और सच यह भी है कि
प्यार मे धोका भी सब को मिलता है
Pyar Ka Mauka Sabko Milta Hai
Ek Aur Sach Ye Bhi Hai Ki
Pyar Mein Dhokha Bhi Sabko Milta Hai
हम दर्द भुलाकर बैठे, मोहब्ब्त के टूटने के बाद से
प्यार कहती है जिसे दुनिया, वो तो हैं सिर्फ हसीन हादसे
Hum Dard Bhulakar Baithe, Mohabbat Ke Tutane Ke Bad Se
Pyar Karti Hai Jise Duniya Vo To Hai Sirf Hasin Hadse
टुकड़ों की तरह बिखरे थे किसी अपने की प्यार में
साथ कब का छूट चुका हैं हम दोनो का मगर
आज भी लोग उसका नाम लेकर बदनाम करते है भरे बाजार में
Tukdon Ki Tarah Dikh Rahe The Hum Kisi Apne Ke Pyar
Sath Kab Ka Chhut Chuka Hai Hum Donon Ka Magar
Aaj Bhi Log Unka Naam Lekar Badnaam Karte Hain Bajar mein
हुनर मोहब्बत का हर किसी को कहां आता है
लोग हुस्न पर फिदा होकर उसे इश्क कह देते हैं
Hunar Mohabbat Ka Har Kisi Ko Kaha Aata Hai
Log Husn per Fida hokar use Ishq kah Dete Hain
इश्क चाहे हजार कर लो तुम, पर
बद्दुआ पहली मोहब्बत से ही मिलेगी
Ishq Chahe hajar Kar Lo Tum, per
Baddua Pahli Mohabbat Se Hi milegi
दिल भी परेशान रहता है उनके लिए
हम कुछ भी नहीं है जिनके लिए
Dil bhi pareshan rahata hai unke Liye
Ham Kuchh Bhi Nahin Hai Jinke Liye
देख कर भी अनदेखा कर गए
वो मेरी मोहब्बत को
सरे आम रुसवा कर गए
Dekh Kar Bhi andekha Kar Gaye
vo Meri Mohabbat Ko
Sareaam rusva Kar Gaye
कोई आदत, कोई बात, या फिर मेरी खामोशी
कभी तो, कुछ तो, उसे भी याद आया होगा
Koi Aadat, koi baat, ya FIR Meri Khamoshi
Kabhi To, Kuchh To, use bhi Yad Aaya hoga
अगर किस्मत में हुए
तो मिलोगे जरूर
और अगर ना हुए
तो मिलकर भी छोड़ जाओगे
Agar Kismat Mein Hue
To Miloge Jarur
Aur Agar Na Hue
To Milkar bhi Chhod jaaoge
मिला कोई नहीं तुमसा आज तक हमें
यह बात अलग है मिले तो तुम भी नहीं कभी हमें
Mila Koi Nahin Tumsa Aaj Tak Hamen
Yah Baat alag hai Mile Tum Bhi Nahin kabhi hamen
अक्सर खूबसूरत नजर आती है वो राह
जो तबाही की ओर जाती है, जैसे इश्क
Aksar Khubsurat Najar Aati Hai vo rah Hai
Jo tabahi ki or Jaati Hai, Jaise Ishq
तेरे दिल में घर बनाएंगे
हमें क्या पता था तुम्हें दिल देकर
हम खुद बेघर हो जाएंगे
tere dil me gar banayenge
hame kya pta the tumhe dil dekar
hum khu beghar ho jayenge
इतना बता दो कि चाहते क्या हो हमसे
मोहब्बत है या वक्त बिताना चाहते हो हमसे
itna bta do chahate kya ho hamse
mohabbat hai ya waqt bitana chahate ho hamse
सब कुछ अधूरा लगता है तेरे बिना
क्या तुम्हें भी कुछ ऐसा लगता है मेरे बिना
sab kuch adhura lagta hai tere bina
kya tumhe bhi kuch esa lgta hai mere bina
कई बार यह सोच कर मेरा दिल रो दिया
ऐसा क्या पाना था जिसे भी मैंने खो दिया
Kai bar yah Soch kar Mera Dil Ro Diya
Aisa kya pana tha Jise Bhi Maine Kho Diya
काश तुम समझती मोहब्बत हमारी
तो हमें छोड़ने की फितरत नहीं होती तुम्हारी
Kash Tum samajhti Mohabbat Hamari
To chhodane Ki fitrat Na Hoti Tumhari
मुझे मेरे अकेलेपन से शिकायत कैसी
एक पत्थर को किसी से मोहब्बत कैसी
Mujhe Meri akelepan Se Shikayat Kaisi
Ek Pathar Ko Kisi Se Mohabbat Kaisi
नशा कर लिया है हमने अकेलेपन का
अब अपना साथ किसी और के साथ निभाना
Nasha kar liya hai Humne akelepan ka
Ab Apna Sath Kisi Aur Ke Sath nibhaanaa
हजारों महफिले और लाखों मेले हैं
पर जहां तुम नहीं वहां हम अकेले हैं
Hajaron mahfile aur Lakhon Mele Hain
Per Jahan Tum Nahin vahan Ham Akele Hain
जब अपने ही साथ छोड़ दे
तो गैरों से शिकायत कैसी
सिर्फ मोहब्बत ही तो की थी तुमसे
तुम निभा ना सके तो शिकायत की थी
Jab Apne Hi Sath Chhod De
to gairon Se Shikayat Kaisi
Sirf Mohabbat Hi to Ki Thi Tumse
Tum Nibha Na Sake to Shikayat Kaisi
पहले ही सीख लिया था हमने तनहाई में जीना
आखिर मोहब्बत ही तो ठहरी मिली किसे हैं
Pahle hi Sikh Liya Tha Humne Tanhai Mein Jina
Aakhir Mohabbat Hi Tehri Mili kiSe Hain
एक अजनबी कुछ ऐसा वजूद छोड़ गया
अपनों की कमी नहीं फिर भी अकेला छोड़ गया
Ek Ajnabi Kuchh Aisa vajud Chhod Gaya
Apnon ki Kami Nahin Fir Bhi Akela Chhod Gaya