जब तारीफ़ों के समंदर मे गोते लगाओगे,
मतलबी लोगो की दुनिया बहूत गहरी पाओगे।
Jab tarifon ke samander mein Gote lagaoge
Matlabi Logon Ki Duniya bahut gehri paoge
रिश्ता बचाने के लिए हम थोड़ा झुक क्या गया,
लोगो ने उसे हमारी औकात ही समझ ली।
हुनर भी वहां मात खा जाता है,
जब सामना मतलबी से होता है।
Hunar bhi vahan mat kha jata hai
Jab Samna Matlabi Se Hota Hai
जब देखोगे दुनिया करीब से,
तो हर रिश्ते लगेंगे अजीब से।
Jab dekhoge Duniya Kareeb se
To Har Rishte lagenge Ajeeb se
जिनको फिक्र नहीं मेरी बस उनसे दूर हुआ हूं
और लोग मुझे मतलबी कहने लगे
Jinko fikra Nahin Meri Bas Unse Dur Hua hu
Aur log Mujhe Matlabi Kahane Lage