अब समझ🔸 लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,
हो गया है ज़िंदगी का तजुर्बा 🔸थोड़ा-थोड़ा !!
ज़रा मुस्कुराना🔸 भी सीखा दे ऐ ज़िंदगी,
रोना तो पैदा होते ही सीख 🔸लिया था !!
जिंदगी में खुश 🔸रहने का सबसे अच्छा तरीका,
उम्मीद रब से रखो सब 🔸से नहीं..!!
अकेले ही गुजर 🔸जाती है तन्हा ज़िंदगी,
लोग तसल्लियाँ तो देते हैं 🔸साथ नहीं देते !!