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कितना अकेला हो जाता है 🔸वो शख्स,
जिसे जानते तो 🔸बहुत लोग है, मगर समझते कोई नही..‼
किसी ने मूझसे पूछा🔸 कि वादों और यादों में क्या अंतर है…
मैंने कहा🔸 वादे इंसान को तोड़ता है…
और यादें इंसान को 🔸तोड़ती है..‼
ना जाने किस 🔸बात पे वो नाराज हैं हमसे,
ख्वाबों मे भी मिलता हूँ 🔸तो बात नही करती..‼
हंसती आंखों से🔸 शुरू हुआ प्यार
हमेशा रोती आंखों पर ही 🔸खत्म होता है..‼
प्यार के इस 🔸खेल में वो इंसान
हारता है जो रिश्ते दिल🔸 से निभाता है..‼
सफर मोहब्बत 🔸का अब खत्म ही समझो,
तेरे रवइये से जुदाई की 🔸महक आती है..!!!
थका हुआ हु थोड़ा,🔸 जिंदगी भी थोड़ी नाराज है,
पर कोई बात नही ये तो 🔸रोज की बात है..!!!
मसला तो 🔸सुकून का है,
वरना ज़िंदगी तो 🔸हर कोई काट रहा है..!!!
मुस्कुराना तो आदत है🔸 हमारी जनाब,
वरना ज़िंदगी तो🔸 हमसे भी नाराज है..!!!
चलो मुस्कुराने 🔸की वजह ढूंढते है,
तुम हमे ढूंढो हम🔸 तुम्हे ढूंढते है..!!!
उस ने पूछा 😌था क्या हाल है
और 🙏मैं सोचता रह गया
सोचा ही🤦♂️ नहीं की,
जिंदगी में कभी ऐसे भी 😓फ़साने होंगे,
रोना 🤨भी जरुरी होगा,
और आंसू भी छुपाने👉 होंगे
दर्द का अहसास तो हर कोई करता है,
पर कुछ लोग दर्द को शायरी बना लेते हैं।
किसी को याद करके रोने से बेहतर है,
किसी को भूल कर हंसना सीखो।
तुम पूछो😌 और में ना बताऊ,
ऐसे 😮तो हालात नहीं,
एक जरा सा दिल 💔टुटा है,
और तो 🤷♂️कोई बात नहीं
यहाँ कोई टुटा💔 हुआ है कोई रूठा हुआ है
यह इश्क़ न जाने कितनो को👍 लूटा हुआ है
इतनी जल्दी 😭टूटने वाले नहीं थे
हम कोई अपना बना कर 🖐तोड़ गया..
जिसकी जैसी सोच🔸 वह वैसी कहानी रखना है,
कोई परिंदे के लिए बंदूक तो कोई🔸 पानी रखता है!
अभी धूप निकलने🔸 के बाद भी जो सोया है,
वो ज़रूर तेरी याद में रातभर🔸 रोया है!
खामोशियां बेवजह🔸 नहीं होती,
कुछ दर्द आवाज छीन लिया 🔸करते है!
रोज पूछते थे🔸 मुझसे मेरा हाल,
आज कल किसी और🔸 से पूछ रही है!
जिनकी 🔸सबसे बनती है,
वो भरोसे के लायक🔸 नही होते!
ज़िंदगी जब कठिन 🔸समय पर नाच नचाती है,
तो ढोलक बजाने वाले अपनी जान🔸 पहचान के होते है!
धोखा देने के🔸 लिए शुक्रिया तेरा,
तुम न मिलती तो दुनिया 🔸की समझ न आती!
जो लोग अंदर🔸 से मर जाते हैं,
वो लोग दूसरों को जीना 🔸सिखाते हैं!
मोहब्बत के बारे में🔸 उस इंसान से पूछो,
जिसने दिल टूटने के बाद भी🔸 उस शख्स से नफरत नहीं की!
अगर आज के दौर🔸 में अपने मार्ग से भटक गए,
तो आने वाला कल तुम्हे जीने🔸 नहीं देगा!
मोहब्बत🔸 मुकद्दर है कोई ख़्वाब नही।
ये वो अदा है जिसमें हर कोई 🔸कामयाब नही।
जिन्हें मिलती 🔸मंज़िल उंगलियों पे वो खुश है।
मगर जो पागल हुए उनका कोई 🔸हिसाब नही।
यकीन था🔸 कि तुम भूल जाओगे मुझको,
खुशी है कि तुम उम्मीद पर🔸 खरे उतरे।
नफरतें लाख 🔸मिलीं पर मोहब्बत न मिली,
ज़िन्दगी बीत गयी मगर राहत 🔸न मिली,
तेरी महफ़िल🔸 में हर एक को हँसता देखा,
एक मैं था जिसे हँसने की 🔸इजाज़त न मिली।
इस मोहब्बत 🔸की किताब के,
बस दो 🔸ही सबक याद हुए,
कुछ तुम जैसे 🔸आबाद हुए,
कुछ हम🔸 जैसे बरबाद हुए।
मुझे ढूँढने की 🔸कोशिश अब न करना कभी,
तुमने रास्ते बदले तो मैने सफ़र🔸 ही छोड़ दिया।
जिनकी आप 🔸कदर नहीं कर रहे ना,
यकीन मानो कुछ लोग🔸 उनको दुआओ में
मांग रहे है
अपने ख्यालों में 🔸रुला दिया है तुझें,
अब सुकूँ से जियूँगा, भुला 🔸दिया है तुझे
दुनिया तो टूटते हुए 🔸तारे से भी दुआ माँगती है,
कौन कहता है बरबादी किसी 🔸के काम नहीं आती
मौत से पहले भी 🔸एक मौत होती है,
जरा अपने यार से बिछड़कर 🔸तो देखो…!
मेरी कद्र तुम्हे 🔸उस दिन समझ आएगी,
जब तुम्हे कोई समझने🔸 वाला नहीं होगा…!
इस कदर बेबस🔸 हो गए हैं हम,
सामने समुन्द्र है फिर भी 🔸प्यासे खड़े है हम।
सच कहो तो 🔸उन्हें ख्वाब लगता है,
और शिकवा करो तो उन्हें म🔸ज़ाक लगता है,
हम कितनी🔸 शिद्दत से उन्हें याद करते है,
और एक वो हैं जिन्हें ये 🔸सब इत्तेफाक लगता है।
यूँ सजा न 🔸दे मुझे बेकसूर हूँ मैं,
अपना ले मुझे गमों से 🔸चूर हूँ मैं,
तू छोड़ गई 🔸हो गया मैं पागल,
और लोग कहते है 🔸बड़ा मगरूर हूँ मैं।
तुझे मोहब्बत 🔸करना नही आता,
और मुझे मोहब्बत के सिवा 🔸कुछ नही आता,
जिंदगी जीने🔸 के दो ही तरीकें है,
एक तुझे नही आता, और🔸 दूसरा मुझे नही आता।
माना की हम🔸 गलत थे जो तुझसे चाहत कर बैठे.
पर रोयेगा कभी तू भी ऐसी🔸 वफ़ा की तलाश में.
पल पल🔸 मरना पड़ता है साहब.
इश्क़ करना कोई🔸 मजाक नहीं.
मत पूछो कि वो 🔸इंसान कितना संगदिल निकला,
जिसे गलती से खुशियों का🔸 मसीहा समझ बैठे।
काश तू पूछे💑 मुझसे मेरा हाल-ए-दिल,
मैं तुझे भी रुला दू तेरे सितम😌 सुना सुना कर…!
एक अदा💘 से शुरू,
एक अंदाज़ पर 🔸खत्म होती है,
नज़र से शुरू😭 हुई मोहब्बत,
नज़र अंदाज पर खत्म🔸 होती है।
अगर बेवफा होते🔸 तो भीड़ में होते,
वफादार हैं इसलिए 🔸अकेले हैं।
जब दर्द आँखों 🔸से छलक गया,
फिर जिंदगी का भी फसाना🔸 बदल गया,
रिश्ता जुड़ 🔸भी जाए तो क्या
कोई नज़रों से 🔸उतर गया।
जिनके याद में🔸 हम दीवाने हो गए,
वो हमसे🔸 ही अनजाने हो गए,
उसे तलाश है नए🔸 साथी की,
क्योंकि उसकी🔸 नजर में हम पुराने हो गए।
जब मिलो किसी से🔸 तो जरा दूर का रिश्ता रखना,
बहुत तङपाते है अक्सर🔸 सीने से लगाने वाले।