सफर वहीं🔸 तक है जहाँ तक तुम हो
नजर वहीं तक है जहाँ 🔸तक तुम हो
हजारों फूल🔸 देखे हैं इस गुलशन में मगर
खुशबू वहीं तक है 🔸जहाँ तक तुम हो
छुपा लूं तुझको 🔸अपनी बाँहों में इस तरह
कि हवा भी गुजरने की🔸 इजाज़त मांगे
मदहोश हो 🔸जाऊं तेरे प्यार में इस तरह
कि होश भी आने की 🔸इजाज़त मांगे
सकून मिलता 🔸है जब उनसे बात होती है
हज़ार रातों में वो एक 🔸रात होती है
निगाह उठाकर🔸 जब देखते हैं वो मेरी तरफ
मेरे लिए वो ही पल पूरी 🔸कायनात होती है
हम पीना चाहते है🔸 आपकी निगाहों मे
हम जीना 🔸चाहते हैं आपकी पनाहों में
हम चलना चाहते हैं 🔸आपकी राहों में
हम मरना 🔸चाहते हैं आपकी बाहों में